अध्याय 19 :Vedānta 2.0 अध्याय 19- वेदांत का अमूल्य सूत्र The invaluable principle of Vedanta — 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲अमूल्य सूत्र थोड़ा कठिन है, क्योंकि इसकी समझ धर्म-विरोधी मानी जाएगी।मैं यह नहीं कहता कि आत्मवान बनो, न कि सन्यासी, साधु, संत, महात्मा, त्यागी या भोगी बनो। मैं यह भी नहीं कहता कि कोई नेता, डॉक्टर, इंजीनियर या अधिकारी बनो — ये सब सीमाएँ हैं, जबकि जीवन असीमित है। उसकी कोई सीमा नहीं; वह अनंत संभावनाओं से भरा हुआ है।इसलिए मैं कहता हूँ — स्त्री के साथ तालमेल बैठा दो, यही पर्याप्त है।उसके साथ नृत्य करो, गीत गाओ, संगीत में बहो; प्रेम