वेदान्त 2.0 - भाग 12

  अध्याय 13 :Vedānta 2.0 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲 अध्याय 13 - जीवन के दो पहलू — गति और ठहराव जीवन के दो पहलू हैं — और इन्हें साधारण से साधारण मानव सहज रूप से समझ सकता है। पर वही मानव इन दो पहलुओं को छोड़कर हज़ार विषयों में समाधान खोजता है।जबकि केवल एक पहलू की अनदेखी ही हज़ारों बीमारियों को जन्म देती है। फिर वही इंसान उन हज़ार बीमारियों का समाधान खोजने में लग जाता है — और स्वयं को “सफल” कहता है।कितनी छोटी भूल — पर वही भूल पूरी सभ्यता की जड़ है। वह भूल यह है कि हम “ठहराव”