इंतेक़ाम - भाग 24

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सुनील दत्त के मुंह से यह बात निशा की आंखों में आंसू निकल आए,,,,यह देखकर सुनील दत्त बोले अरे अब रोती रहोगी या राखी भी बांध होगी, वह क्या है ना कि जब भी मुझे कोई बेसहारा औरत या लड़की मिल जाती है तो मैं राखी बनवा लेता हूं इसलिए मैं अपनी जेब में रक्षाबंधन के दिन राखी रखता हूं पता नहीं कब जरूरत पड़ जाए,,,,,निशा ने बिना देर किए ही सुनील दत्त के हाथ में से राखी लेकर राखी उसकी कलाई पर बांध दी, निशा की आंखों से आंसू टपक पड़े,,,,,तब सुनील दत्त ने उसे कुछ पैसे देने चाहे