भारत की आज़ादी के बाद जब पूरा देश एकजुट हो रहा था, तब कुछ रियासतें ऐसी थीं जो भारत में शामिल नहीं होना चाहती थीं। उनमें सबसे बड़ी और जटिल रियासत थी हैदराबाद, जिसे निज़ाम मीर उस्मान अली खान शासित कर रहे थे। यह राज्य समृद्ध, शक्तिशाली और रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण था। लेकिन निज़ाम का भारत में विलय से इंकार देश की एकता के लिए गंभीर चुनौती बन गया। इसी संकट को सुलझाने के लिए भारतीय सेना ने 13 सितंबर 1948 को “ऑपरेशन पोलो” शुरू किया, जो केवल पाँच दिनों में समाप्त होकर हैदराबाद को भारत का हिस्सा