मानवाधिकार जागरूकता प्रत्येक व्यक्ति को मानव की भाँति जीवन जीने, अपने व्यक्तित्व का विकास करने तथा अपनी सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षिक व आर्थिक आवश्यकताओं को पूर्ण करने के लिए कुछ नैसर्गिक अधिकारों का होना आवश्यक होता है, जिसको मानव अधिकार कहते हैं। ये अधिकार सभी मनुष्यों को जाति प्रजाति, वर्ग व धर्म के आधार पर भेदभाव किये बिना समान रूप से मिलना चाहिए। नागरिकों को इन अधिकारों से वंचित करना मानवाधिकारों का उल्लघंन कहा जाता है। मानव अधिकारों के संरक्षण हेतु संयुक्त राष्ट्र संघ ने मानवाधिकारों का सार्वभौमिक घोषणा पत्र जारी किया है। इस चार्टर के अनुबंधों को सभी सदस्य देशों