मेनका - भाग 3

मेनका भाग 3लेखक: राज फुलवरेअध्याय पाँच — यशवंत की चाल और मेनका की साजिशरामगढ के गांव में अब माहौल बदल रहा था.गांव के लोग अब यशवंत की बहादुरी और साहस की चर्चा करने लगे थे.मेनका की अजेय छवि में पहली दरार दिखाई दे रही थी.यशवंत और सागर की योजनायशवंत ने सागर से कहा —>“ सागर, हमें अब मेनका का असली खेल पकडना होगा.उसने हर गाँववाले से धन और सोना जमा कर रखा है.हमें पहले बलवंतराव को सावधान करना होगा, फिर मेनका की चाल को बेनकाब करना।सागर ने अपने मोबाइल और छुपे हुए रिकॉर्डिंग उपकरण तैयार किए.>“ मैं हर कदम रिकॉर्ड