सुनी सुनाई बातेँ

# सुनी सुनाई बातें**लेखक: विजय शर्मा एरी**गाँव में एक पुरानी कहावत थी - "सुनी सुनाई बातों पर विश्वास मत करो।" लेकिन गाँव के लोग इस कहावत को भूल चुके थे। वे हर बात को बिना सोचे-समझे आगे बढ़ा देते थे, और हर बार कोई न कोई मुसीबत खड़ी हो जाती थी।रामपुर एक छोटा सा गाँव था, जहाँ सब एक-दूसरे को जानते थे। गाँव के बीचोंबीच एक पुराना पीपल का पेड़ था, जिसके नीचे हर शाम गाँव के लोग इकट्ठा होते थे। यहीं पर सारी गपशप होती थी, यहीं पर अफवाहें जन्म लेती थीं और यहीं से पूरे गाँव में फैल