अधूरा इश्क़ एक और गुनाह

एपिसोड – “निधि की नन्ही उम्मीद”(श्रृंखला: निधि – मौन प्रेम की कहानी)सुधांशु की अनुपस्थिति में जब निधि ने बेटी को जन्म दिया, तब पहली बार उसके चेहरे पर शांति की झलक आई थी।वो मुस्कुरा रही थी — जैसे किसी ने उसके घावों पर मरहम रख दिया हो।पर ये सुकून ज़्यादा देर टिक नहीं पाया।नर्स ने मुस्कुराते हुए कहा –“बधाई हो, लड़की हुई है!”पर उसी क्षण, निधि की सास के चेहरे पर शिकनें गहरी हो गईं।“फिर लड़की?”उन्होंने जैसे हिकारत से कहा,“ये घर तो अभागन है! लड़का नहीं हो सकता इसे!”बाहर से नंद की आवाज़ आई —“दीदी, फिर लड़की हुई?अरे भगवान