किसान क्या है हमारे देश के लिए

,शीर्षक: किसान क्या है हमारे देश के लिए(लेखिका – पूनम कुमारी) प्रस्तावना:नमस्कार!आज मैं उस महान व्यक्ति की बात करने आई हूँ,जिसकी मेहनत पर हमारा हर दिन,हमारा हर निवाला और हमारा जीवन टिका हुआ है —वह है किसान, हमारे देश का अन्नदाता। मुख्य भाग:कहा जाता है —“जहाँ मिट्टी महकती है, वहाँ किसान मेहनत करता है।”किसान सूरज के साथ उठता है,मिट्टी में अपने सपने बोता है,और पसीने से धरती को सींचता है।वह जानता है कि अगर वह रुकेगा,तो देश की रोटी भी रुक जाएगी।किसान खेतों में फसल नहीं,बल्कि देश की उम्मीदें उगाता है।जब वह हल चलाता है,तो धरती माँ मुस्कुराती है।जब उसकी