[15]“शैल, इस प्रकार किसी निर्दोष व्यक्ति को प्रताड़ित करना पुलिसवालों का स्वभाव होता है यह मैं जानती थी। इसीलिए मैं तुम्हारे पीछे पीछे आई। मैं नहीं चाहती कि वत्सर को कोई कठिनाई का सामना करना पड़े।”“तो आपको मेरे विषय में येला ने सबकुछ बताया? तब तो उसने वह शिल्प कहाँ है वह भी बताया होगा।”“नहीं। उसने नहीं बताया। ऊसने तो यह भी नहीं बताया कि वह कहाँ से आई थी।”“अर्थात तुमने यह सुनने का धैर्य नहीं दिखाया। अभी जैसे बात बात पर अधीर हो रहे हो ऐसे अधीर ना होते तो येला अपने विषय में भी बताती। किन्तु आप तो