अधूरी मोहब्बत की आख़िरी चिट्ठी

कव्या और आरव की कहानी बारिश से शुरू हुई थी — और एक अधूरी चिट्ठी पर ख़त्म हुई।दो दिल, जो एक-दूसरे के लिए बने थे, मगर हालात, समाज और मजबूरी ने उन्हें जुदा कर दिया।यह कहानी है उस प्यार की, जो मौत के बाद भी ज़िंदा रहा… हर बारिश की बूँद में।अधूरी मोहब्बत की आख़िरी चिट्ठीबारिश हमेशा मुझे तुम्हारी याद दिलाती है, आरव।हर बूँद जैसे वही वादा दोहराती है — “कव्या, मैं लौट आऊँगा।”पर शायद कुछ लोग लौटते नहीं, बस याद बनकर रह जाते हैं।हमारी कहानी भी तो बारिश से ही शुरू हुई थी।वो जुलाई की पहली शाम थी। मैं