कुण्डलिनी विज्ञान — 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲 अध्याय 10 (विस्तार) — मुख्य नाड़ियाँ और ग्रंथि विज्ञान शरीर में लगभग 72,000 नाड़ियाँ कही गई हैं —इनमें से तीन प्रधान हैं:इड़ा, पिंगला, और सुषुम्ना।ये तीनों रीढ़ की रेखा के चारों ओर चलती हैं —एक बाईं, एक दाईं, और सुषुम्ना मध्य में। 1. सुषुम्ना नाड़ी — ब्रह्म मार्ग यह रीढ़ के मध्य से गुजरने वाली सबसे सूक्ष्म और ऊर्ध्वमुखी नाड़ी है।यही कुण्डलिनी का मुख्य मार्ग है।जब ऊर्जा रूपांतरित होकर ऊपर बढ़ती है,तो इसी से होकर सहस्रार तक पहुँचती है।यह चैतन्य की मुख्य धारा है —जहाँ न कोई ऋण है, न आवेश — केवल मौन प्रकाश। 2. इड़ा नाड़ी