साहित्यिक साझा मानसिक मी टू `बतर्ज़ सबरीमाला ब्ला ---ब्ला --- - 3

एपीसोड -3 बड़ौदा में होने वाली मीटिंग्स को व वहां से इस स्त्री संस्था ` लेखनी `. `को खदेड़े कितने बरस गुज़र गए --- पंद्रह सोलह साल ?तबसे ज़माना बिल्कुल नहीं बदला ---वह अभी अभी इस दूसरे शहर के हृदयस्थल से ` ` लेखनी `.`को खदेड़े जाने के कारण आहत है या कहना चाहिए अठ्ठाइस उनत्तीस वर्ष बाद समझ में आ रहा है कि उन्हें क्यों अरविंद आश्रम में मीटिंग्स करने से खदेड़ा गया था। उसकी आँखों में ब्वॉय कट बाल वाली महाराष्ट्र की तृप्ति देसाई का चेहरा घूम जाता है . ----` जंग अभी ख़त्म कहाँ हुई है ?