कंजूस की शादी

# कंजूस की शादी### लेखक: विजय शर्मा एरीशहर के बीचोंबीच एक पुरानी हवेली में रामलाल रहता था। उसके पास दो मंजिला मकान, तीन दुकानें और बैंक में लाखों रुपये जमा थे। लेकिन उसकी कंजूसी की चर्चा पूरे शहर में थी। वह एक पैसा खर्च करने से पहले सौ बार सोचता था। उसके कपड़े इतने पुराने होते कि उन पर पैबंद लगे रहते। खाने में भी वह इतनी कटौती करता कि लोग कहते, "रामलाल तो भूखे मरने को तैयार है, पर पैसा खर्च नहीं करेगा।"रामलाल की उम्र अब पचास के पार हो चुकी थी। उसकी दो बहनें थीं जो उसे हमेशा