"माँ पर गीत" सबसे भावनात्मक और दिल को छूने वाला विषय है —नीचे आपको मैं एक पूरा मंच योग्य गीत दे रही हूँ,जो मुखड़ा–अंतरा रूप में है, यानी इसे आप गाने, वीडियो रिकॉर्ड करने, या स्कूल/समारोह में पेश करने के लिए सीधे इस्तेमाल कर सकती हैं। गीत का शीर्षक: “माँ तेरी आँखों का सपना”(लेखिका – पूनम कुमारी) मुखड़ा (Chorus):माँ… तेरी आँखों का सपना हूँ मैं,तेरी दुआओं का अपना हूँ मैं।तू मुस्कुरा दे बस इक बार,तो लगने लगे जहाँ मेरा संसार। अंतरा 1:तेरे आँचल की वो ठंडी हवा,अब भी छू जाती है यादों में।तेरे हाथों की वो रोटियाँ,अब भी महकती