आखिरी कोशिश

--- कहानी: “आखिरी कोशिश”एक छोटे से गाँव के किनारे, मिट्टी की झोपड़ी में आरव नाम का एक लड़का रहता था। घर की हालत बहुत खराब थी — पिता खेतों में मजदूरी करते थे और माँ दूसरों के घरों में बर्तन माँजती थीं। गरीबी इतनी थी कि कभी-कभी रात का खाना भी पूरा नहीं होता था। लेकिन इस तंगी में भी आरव के दिल में एक सपना जलता रहता था — “मुझे इंजीनियर बनना है, कुछ बड़ा करना है।”गाँव में अक्सर लोग कहते —> “अरे आरव, बड़े सपने देखने से पेट नहीं भरता। तेरे बापू मजदूर हैं, तू भी यही करेगा।”पर