परम रहस्य

  एक दार्शनिक विवेचनाआधुनिक मानव जीवन के बीच, देह और आत्मा के रहस्यों को समझना एक गूढ़ प्रश्न बना हुआ है। परंपरागत दृष्टि में देह और आत्मा को दो पृथक तत्व माना जाता है, परंतु यह द्वैत केवल हमारे सीमित अनुभव की उपज है। जब हम प्रकृति के रूपांतरणों को समझते हैं — जैसे पानी के तीन रूप: बर्फ, जल, और वाष्प — तब हम सहज रूप से समझ सकते हैं कि देह और आत्मा भी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। पानी और परमात्मा की त्रिरूपताजैसे पानी ठंडे तापमान पर बर्फ बन जाता है और गर्मी में वाष्प,