तन्हाई - 2

एपिसोड 2तन्हाईउम्र का अंतर भूलकर मन का कंपन सुबह की ठंडी हवा ऑफिस की इमारत के लॉन में हल्के-हल्के बह रही थी। सरकारी दफ्तर की दीवारें हर रोज़ की तरह फाइलों की गंध से भरी थीं- लेकिन आज उस गंध में कुछ नया घुला था। शायद किसी नई शुरुआत की आहट…वही आज दफ्तर में सबके बीच चर्चा थी- "नए अधिकारी का ट्रांसफर यहीं हुआ है, हमने सुना हैं बड़ा ही तेज़ लड़का है।"संध्या ने अपनी मेज़ पर रखी फाइलों के ढेर के बीच से नज़र उठाई। दरवाज़े पर खड़ा था एक नौजवान- लंबा-चौड़ा, आत्मविश्वास से भरा चेहरा, आँखों में ईमानदारी और