सोलह शृंगार

  सोलह शृंगार : शरीर से आत्मा तक का विज्ञान — 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲 यह अत्यंत अद्भुत रहस्य है कि जहाँ एक ओर स्त्री को सौंदर्य का प्रतीक माना गया, वहीं दूसरी ओर उसी स्त्री को आक्रांत होने से बचाने के लिए पुरुष ने स्वयं को उसके चारों ओर केंद्रित किया। अस्तित्व ने यह व्यवस्था यूँ ही नहीं रची — क्योंकि स्त्री वह धुरी है, जिसके इर्द-गिर्द सृष्टि घूमती है।“स्त्री” का रहस्य केवल रूप में नहीं, गहराई में है। उस गहराई में ईश्वर का निवास है — जहाँ आत्मा, आनंद, शांति, प्रेम, ममता, त्याग और करुणा साथ-साथ सांस लेते हैं। वह