गुनाहों की सजा - भाग 24

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माही और वरुण एक-दूसरे का हाथ पकड़कर मुस्कुराते हुए वहाँ से बाहर निकल गए, लेकिन नताशा का पूरा परिवार सदमे में था। यह क्या हो गया...? किसी का दिमाग़ काम नहीं कर रहा था। सभी डरे हुए थे, कहीं पुलिस केस न हो जाए, यह चिंता उन्हें सता रही थी। नताशा ने कमरे में जाकर दरवाज़ा बंद कर लिया। वह अपने पलंग पर लेटी हुई भूतकाल के उन पलों को याद कर रही थी; जब उन्होंने मिलकर माही के साथ अत्याचार किए थे। उसे एक-एक बात याद आ रही थी और पछतावा भी हो रहा था। वह सोच रही थी