गाँव की बेटी: एक सुन्दर सपनालेखक: विजय शर्मा एरी(शब्द संख्या: लगभग १५००)गाँव की धूल भरी सड़कें, जहाँ हर कदम पर मिट्टी का स्वाद लगता है, और हवा में खेतों की ताज़गी घुली रहती है। ऐसा ही एक छोटा-सा गाँव था हरियाणा के कोने में बसा हुआ—नाम था हरिपुर। यहाँ की ज़िंदगी सरल थी, लेकिन सपनों से भरी। सुबह होते ही मुर्गियों की कांव-कांव, गायों का मूँह उठाना और किसानों की हँसी-मज़ाक से गूँज उठता था हरिपुर। लेकिन इस सबके बीच एक ऐसी बेटी थी, जिसके सपनों ने पूरे गाँव को रोशन कर दिया था। उसका नाम था रानी।रानी का जन्म