स्कूल की प्रार्थना सभा चल रही थी। सब बच्चे एक लाइन में खड़े थे — कोई बात कर रहा था, कोई हँस रहा था।सिर्फ एक बच्चा चुप था — आर्यन।वो अक्सर दूसरों से थोड़ा अलग रहता था, पर उसे अपनी सोच पर पूरा भरोसा था।उस दिन प्रिंसिपल सर ने घोषणा की —“अगले हफ्ते हमारा वार्षिक विज्ञान प्रदर्शनी (Science Exhibition) होगा। जो भी टीम बनाना चाहता है, आज ही नाम दे दे।”पूरी क्लास में हलचल मच गई। सबने अपनी-अपनी टीमें बना लीं।आर्यन अकेला रह गया।कुछ बच्चों ने हँसकर कहा,“तेरे साथ कौन बनेगा टीम में? तू तो हर चीज़ अपने हिसाब से