हिम्मत की उड़ान लेखक: विजय शर्मा एरी(यह कहानी हौंसलों की ताकत पर आधारित है, जो एक छोटे से गांव के लड़के की महत्वाकांक्षा और संघर्ष की गाथा बुनती है। शब्द संख्या लगभग 1500।)अध्याय 1: गांव की धूल और सपनों की उड़ानहिमाचल प्रदेश के एक छोटे से पहाड़ी गांव चंबा में, जहां सेब के बाग हवा में लहराते थे और नदियां गाती हुई बहती थीं, वहां एक लड़का रहता था जिसका नाम था हौंसला। हौंसला शर्मा, लेकिन गांव वाले उसे प्यार से 'हौंसलू' कहते थे। उसके पिता, रामलाल शर्मा, एक साधारण किसान थे जो सुबह से शाम तक खेतों में पसीना बहाते।