गाँव के छोटे से मोहल्ले में अजय नाम का एक लड़का रहता था। उसका परिवार बहुत साधारण था। अजय के पिता किसान थे और माँ घर संभालती थी। परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी मजबूत नहीं थी कि अजय अपनी पढ़ाई के लिए महंगे कोचिंग या किताबें खरीद सके। लेकिन अजय के अंदर कुछ खास था — सीखने की अनोखी भूख।अजय सुबह-सुबह उठता और अपने छोटे से खेत में पिता का हाथ बटाता। खेत की मेहनत कठिन थी, लेकिन अजय ने कभी शिकायत नहीं की। वह हमेशा सोचता कि जीवन में मेहनत के साथ धैर्य और लगन भी जरूरी है। स्कूल