पहली बारिश और प्यार की बारिश

सर्दियों के आखिरी दिन थे और monsoon की पहली बारिश शहर पर फुहारों की तरह गिर रही थी। Meera अपनी छतरी के नीचे खड़ी थी, हाथ में कॉलेज के notes, और बारिश की बूंदों में भीगी सड़कों को देख रही थी। उसे हमेशा से बारिश पसंद थी, लेकिन आज कुछ अलग सा लग रहा था।“कितनी भी बारिश हो, पर मुझे campus तक जाना ही होगा,” उसने सोचा और अपनी छतरी संभाली। उसी समय, एक तेज़ हवा का झोंका आया और उसके notes उड़ने लगे।“ओह नहीं!” Meera ने चिल्लाया। तभी किसी ने तेजी से उन्हें पकड़ लिया।“तुम्हारा ये notes?” आवाज़ आई।