माता-पिता के झगड़े का बोझ मासूम कंधों पर

परिवार हर बच्चे की पहली पाठशाला होता है। बच्चा वही सीखता है जो वह अपने घर के वातावरण में देखता और महसूस करता है। यदि घर का माहौल सकारात्मक हो तो बच्चा आत्मविश्वासी, समझदार और खुशमिज़ाज बनता है। लेकिन अगर घर का माहौल झगड़ों और कड़वाहट से भरा हो तो उसका असर सीधा बच्चे की मानसिकता पर पड़ता है। माता-पिता का आपसी संबंध बच्चों के भविष्य की नींव होता है, इसलिए उनके सामने झगड़ना बच्चों के लिए बेहद हानिकारक है, घर में हर दिन झगड़े और कड़वाहट हो, तो यह बच्चे के दिल और दिमाग पर गहरी चोट करता है।*