शिवांश - भाग 1

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अध्याय 1 — राख की उत्पत्तिहिमालय के पायों में लिपटा एक छोटा-सा गाँव था — *कैलापुरा*।वहाँ हवा में घुला हर श्वास शिव के नाम से उठता था।लोग सवेरे नदी से स्नान करके मंदिर की घंटियाँ बजाते,भस्म लगाते, और “हर हर महादेव” की गूँज से पूरा घाट भर जाता।लेकिन उस पवित्र ध्वनि के बीच एक घर था जो हमेशा मौन रहता।उस घर में रहती थी *मृणालिनी* —एक विधवा स्त्री, जिसके माथे की बिंदी सालों पहले लोप हो चुकी थी।उसकी गोद खाली थी, और आँखें सूखी हुई झील की तरह ठहरी हुईं।वो हर पूर्णिमा पर शिवलिंग के सामने दीप जलाकर एक ही