बेरहम सईया - 3

बेरहम सईया प्राची अपनी दादी के पास जाकर दिल खोलकर रोना चाहती थी क्योंकि वह अकेली थी, जो उसका दर्द समझ सकती थी। लेकिन उसे डर था कि अगर दादाजी को सच पता चला  तो वो नितिन को चोट पहुंचाएंगे।  हालाँकि नितिन ने इस रिश्ते के बारे में कोई परवाह नहीं की, लेकिन वह उसकी परवाह करती थी और उससे प्यार भी करती थी। वह नहीं चाहती थी कि उसे चोट लगे, हालाँकि वह एक धोखेबाज था। वह शहर में घूम रही थी तभी उसके  फोन की घंटी बजी, यह उसकी डॉक्टर थी जो उसे बुला रही थी। उसने अपने अशांत मन