भूत प्रेत का छलावा

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रात गहरी और डरावनी थी। आसमान में काले बादल थे। बीच-बीच में बिजली कौंध जाती थी और दूर कहीं बादलों की गड़गड़ाहट सुनाई देती थी। सड़क कच्ची, टेढ़ी-मेढ़ी और घने पेड़ों से ढकी थी। दो शहर के नौजवान जतिन और संजय साथी एक नया खरीदा हुआ ट्रक लेकर मोहनपुर गांव की ओर जा रहे थे। दोनों ने कुछ ही हफ्ते पहले यह काम शुरू किया था। यह उनका पहला बड़ा ट्रिप था और उन्हें शहर से गांव तक सामान पहुंचाना था। संजय देख रहा है यहां तो एकदम घना जंगल है। हेडलाइट के आगे कुछ साफ नहीं दिख रहा। हां