Library की हवा हमेशा शांत और पढ़ाई से भरी रहती थी। Ananya अपने notes और किताबों में खोई हुई थी। उसका ध्यान इस बात पर था कि आखिर वह अगले week's assignment को समय पर complete कर पाए। अचानक उसकी किताब गिर गई।“ओह! माफ़ कीजिए,” Ananya ने झुककर किताब उठाई।“कोई बात नहीं,” किसी ने हल्की आवाज़ में कहा। वह आवाज़ थी आदित्य की। उसके चेहरे पर हल्की मुस्कान और आँखों में जिज्ञासा थी।पहली मुलाकात में ही कुछ अजीब सा connection हुआ। दोनों ने मुस्कुरा कर किताबें संभालीं और हल्की हँसी-मज़ाक की। वह छोटी-छोटी बातें library के शांत माहौल में भी