सन् 2099, जब विज्ञान अपनी पराकाष्ठा पर था। मानव ने मंगल और शनि पर जीवन की बस्तियाँ बसाकर अपने स्वप्नों को साकार कर लिया था। प्रतीत होता था कि पृथ्वी पर शांति ने स्थायी निवास कर लिया है — परंतु यह शांति केवल एक माया थी, एक छलावा।ब्रह्मांड की अनंत गहराइयों से, एक प्राचीन और भयावह शक्ति ने जन्म लिया — कालसत्ता। यह कोई साधारण शक्ति नहीं थी; यह स्वयं समय और अस्तित्व को ग्रसने वाली अग्नि थी। वह शक्ति, जिसे ब्रह्मांड की उत्पत्ति से पूर्व ही महासंहार के लिए रचा गया था।कालसत्ता का ध्येय था — मानव सभ्यता का