अंतर्निहित - 13

13]त्रिवेंद्रम रेलवे स्टेशन पहुंचकर शैल ने वत्सर के गाँव तक की यात्रा टेक्सी से पूरी की। गाँव में उसने वत्सर का पता पूछा। एक बालक उसे समुद्र किनारे स्थित एक मंदिर के बाहर छोड़कर चल गया। शैल मंदिर को देखने लगा। ‘इतने से छोटे गाँव में है किन्तु यह मंदिर कितना सुंदर है। मंदिर मुझे आकर्षित कर रहा है। इस मंदिर में कुछ खास बात है। मुझे..।’ शैल की विचार यात्रा को शंख की ध्वनि ने भंग किया। ‘यह ध्वनि तो मंदिर के भीतर से आ रही है। क्या यह समय आरती का है?’ दूर समुद्र में सूर्य अपनी आज की  यात्रा सम्पन्न