श्रवण कुमार का जीवन कथा

श्रवण कुमार की कथाश्रवण कुमार भारतीय संस्कृति और रामायण काल की एक ऐसी पवित्र कथा का पात्र है, जो "माता-पिता की सेवा और आज्ञाकारिता" का प्रतीक माना जाता है। उसकी कहानी संतानों के लिए आदर्श है।जन्म और स्वभावश्रवण कुमार का जन्म एक ग़रीब किन्तु धर्मपरायण परिवार में हुआ था। उसके माता-पिता अंधे थे। श्रवण बचपन से ही अत्यंत सेवा भावी, विनम्र और धर्मनिष्ठ था। उसका सबसे बड़ा उद्देश्य अपने माता-पिता की सेवा करना और उन्हें सुख देना था।तीर्थयात्रा की इच्छाजब उसके माता-पिता वृद्ध हो गए, तब उन्होंने अपने बेटे से कहा —“बेटा, अब हमारा जीवन अंतिम पड़ाव पर है। मरने