अधूरा इश्क़

घर की चौखट पर वही भीड़-भाड़ और नाक-उंची बातों का सिलसिला जा रहा था। चाची की छोटी लड़की—मिस्सी—हँसते हुए आई और निधि की ओर झूठी सहजता से बोली,“अभी आपको पता है एक बात? मेरी फ्रेंड कह रही थी कि तुम्हारे भैया तो बहुत स्मार्ट हैं…  निधि भाभी  कोई खास नहीं।”निधि चुप रही। उसने बस सोचा—“क्या यही सब बताना जरूरी है?” पर मिस्सी को यही मज़ा आता था दूसरों की बातों से छेड़छाड़ करना। उसकी सहेलियाँ भी पीछे-पीछे थीं, आँखों में कोई शरारत चमक रही थी। निधि के चेहरे पर हल्का सा कड़वाहट उभर गया, पर उसने कुछ नहीं कहा—क्योंकि जवाब