अंधविश्वास या भक्ति

अंधविश्वास या भक्ति: मेरे गांव की कहानी का विस्तारमैं पवन बैरवा, राजस्थान के शैक्षिक जिले की तहसील कनवास का रहने वाला हूँ। मेरे गाँव की मिट्टी में वर्षों पुरानी एक परंपरा का वास है, एक ऐसी परंपरा जिसने मुझे हमेशा इस सवाल के घेरे में रखा है कि मैं जिसे देख रहा हूँ, वह अंधविश्वास है या भक्ति की पराकाष्ठा? यह कहानी मेरे गाँव की है, मेरी अपनी जुबानी।नवरात्रों का आह्वान और तैयारीहर वर्ष जब श्राद्ध समाप्त होते हैं और नवरात्रों का पावन पर्व आरंभ होता है, मेरे गाँव का माहौल पूरी तरह बदल जाता है। गाँव के बुजुर्ग कई