छाया प्यार की - 28

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(रात के समय, जंगल के बीच एक टूटे-फूटे घर में बक्सीर अपने गैंग के साथ रघु के बंदी होने और बड़े सौदे की योजना में व्यस्त था। वहीं पुलिस इंस्पेक्टर ठाकुर रघु को पकड़ने पहुँचते हैं, लेकिन रघु जेल से भाग निकलता है। नित्या को रघु अपने साथ ले जाता है, लेकिन इंस्पेक्टर ठाकुर और पुलिस टीम समय रहते पहुँचकर नित्या को बचा लेते हैं और रघु को मार गिराते हैं। बक्सीर को पकड़ने की योजना भी बनती है। अंत में नित्या अपने घर सुरक्षित लौटती है और सभी स्थिति का सामना कर राहत महसूस करते हैं। अब आगे)रिस्क और