अधूरे सपनों की चादर - 14

अध्याय 14 – संघर्ष और पहली जीत“संघर्ष के बीच मिली पहली जीत का स्वाद उम्रभर याद रहता है, क्योंकि यह आत्मविश्वास की नींव रखता हैजीवन का हर मोड़ इंसान को नई सीख देता है। कभी शरीर से, कभी हालात से, और कभी सपनों की कसौटी से।तनु की आठवीं से दसवीं तक की यात्रा भी ऐसी ही रही—दर्द, तंगी, और संघर्षों से भरी, लेकिन सपनों की  दुनिया में खोयी तमन्ना  निरंतर आगे देखती, उसी के बीच चमकती उम्मीद की किरण के साथ  निरंतर आगे  बढ़ रही थी  मजबूत के साथ---पहला अनुभव – मासिक धर्म का आगमनआठवीं कक्षा की फाइनल परीक्षा चल