लाला लाजपत राय की शहादत भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास का एक ऐसा पन्ना है जो आज भी वीरता और बलिदान की मिसाल बनकर खड़ा है।वीरता से जुड़ी उनकी हत्या की कहानी1928 में अंग्रेज़ सरकार ने साइमन कमीशन को भारत भेजा। इस कमीशन में एक भी भारतीय सदस्य नहीं था। पूरे देश में इसका ज़बरदस्त विरोध हुआ। लाला लाजपत राय, जिन्हें “पंजाब केसरी” कहा जाता है, ने लाहौर में इसका नेतृत्व किया।30 अक्टूबर 1928 को जब साइमन कमीशन लाहौर पहुँचा, तो लाला लाजपत राय ने विशाल प्रदर्शन का नेतृत्व किया। हजारों लोग “साइमन गो बैक” के नारे लगा रहे थे।