Episode 12: अंधेरी सुरंगों का सफ़रसुबह की पहली किरणें आसमान पर फैल रही थीं, लेकिन उस पुराने, जर्जर घर के भीतर अँधेरा और सन्नाटा पसरा हुआ था।अनिरुद्ध, आरव और नैना नक्शे के इर्द-गिर्द बैठे थे। लालटेन की हल्की लौ उनकी चिंतित आँखों पर पड़ रही थी।अनिरुद्ध ने धीमे स्वर में कहा—“आज हम उस रास्ते पर कदम रखने जा रहे हैं, जहाँ से लौटकर आने वाले बहुत कम लोग ज़िंदा बचे हैं। यह Underground Tunnels सिर्फ़ ईंट-पत्थरों की भूलभुलैया नहीं… बल्कि society के सबसे पुराने traps का गढ़ हैं।”नैना ने diary को खोला। उसके पन्नों पर लिखे शब्द मानो फुसफुसा रहे