Episode 11: अनिरुद्ध का रहस्यकार अंधेरे रास्तों से तेज़ी से भाग रही थी। खिड़की के बाहर सन्नाटा पसरा था, सिर्फ़ इंजन की घरघराहट और टायरों की चीख़ती आवाज़ सुनाई दे रही थी।आरव और नैना दोनों पीछे की सीट पर बैठे थे, एक-दूसरे को बार-बार देख रहे थे। दोनों की आँखों में सवाल था—क्या यह आदमी सच में उनका मददगार है, या किसी नए trap का हिस्सा?स्टीयरिंग पर बैठे बुज़ुर्ग आदमी ने शीशे में उनकी झलक देखी और मुस्कुराया।“तुम्हें यकीन नहीं हो रहा न? मुझे देखकर… मुझे भी नहीं होता अगर मैं तुम्हारी जगह होता।”उसकी आवाज़ भारी और थकी हुई थी।नैना