कभी-कभी जिंदगी हमें ऐसी जगह खड़ा कर देती है, जहाँ हमें लगता है कि अब सब खत्म हो गया है। सपने टूट चुके हैं, हौसले बिखर चुके हैं और दिल कहता है कि अब और आगे नहीं बढ़ा जा सकता। लेकिन सच यही है कि इंसान की असली ताकत तभी सामने आती है, जब वह अपनी हद से भी आगे बढ़ने की ठान ले।ये कहानी है आरव की। आरव एक साधारण परिवार से था। पिता एक छोटे दुकानदार थे और माँ घर पर सिलाई का काम करती थी। बचपन से ही आरव पढ़ाई में अच्छा था और उसका सपना था