डलियागंज

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              डलियागंज/कहानी/ शरोवन     कीकड़िया ईंट से बनी लाल ईंट की दीवारें, कोठियां और चूने से चिपकाई गई घरों की दीवारें कहीं पर भी देखेंगे तो आप समझ जाएँ कि, कभी यहाँ पर अंगेज रहा करते थे और उन्होंने ईसाई लोगों को बनाया-बसाया था.अंग्रेजों के जमाने में इस बस्ती का नाम डलियागंज था क्योंकि यहाँ पर रहने वाले अधिकाँश लोग गरीब और मजदूर थे. रोजाना मेहनत-मशक्कत करते थे और जितना कमाते थे, सब ही खा जाते थे. फिर इतना मिलता भी नहीं था कि, बचा भी लें. तब यहाँ के लोगों का मजदूरी के