गुनाहों की सजा - भाग 19

फाइल देखते ही शोभा का चेहरा कमल के फूल की तरह खिल गया। उसने कहा, "अरे माही, तू आ गई, बहुत अच्छे समय पर आई है। मैंने अभी-अभी चाय बनाई है, रसोई में जाकर ले-ले और खाने की तैयारी शुरू कर।" माही को देखते ही वरुण तुरंत उठकर खड़ा हो गया और उसने कहा, "अरे भाभी जी, आप आ गईं, चलो अच्छा हुआ, अब तो आपके हाथों का स्वादिष्ट खाना मिलेगा।" माही ने कहा, "हाँ, मैं तुरंत ही रसोई में जाती हूँ।" "अरे नहीं भाभी जी, ऐसी भी कोई जल्दी नहीं है। बैठिए थोड़ी देर, हम लोगों के साथ, फिर