माँ के आशीर्वाद से

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भाग 1: परिचयसिया एक प्यारी, समझदार और भावुक लड़की थी। उसकी माँ, सुनीता, हमेशा कहती थीं:“बेटा, ज़िंदगी में रिश्तों का मतलब सिर्फ साथ नहीं, समझ और प्यार भी होता है। जो इंसान तुम्हारे लिए लिखा है, वही तुम्हारे लिए सही होगा।”सिया बचपन से ही माँ की बातें अपने दिल में रखती आई थी। अब, 24 साल की हो गई, उसकी समझ और भी बढ़ गई थी, और माँ की हर सलाह उसके लिए बहुत महत्वपूर्ण हो गई थी।सिया का परिवार छोटा था—माँ, पिता और सिया। उसके माता-पिता ने हमेशा उसकी छोटी-छोटी खुशियों का ख्याल रखा और उसे सही और गलत का