थोड़ी सी धूप

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"" अरे जरा मेरा दवा का पैकेट उठा दोगी क्या,,। किशन ने थकावट भरे अंदाज में अपनी पत्नी को कहा।""तुम जानते हो कि मैं खुद घुटनों के दर्द से कितनी परेशान हूं, एक तुम हो कि मुझे बच्चों की तरह से काम बताते रहते हो,,। कामिनी ने चेहरे पर गुस्से की प्रतिक्रिया लाते हुए जवाब दिया।""मैने तुम्हें काम नहीं बताया, तुम खड़ी थी सो कह दिया, अच्छा आओ मेरे पास बैठ जाओ, थोड़ी देर में मैं अपनी दवा खुद ले लूंगा,,। किशन ने कामिनी के गुस्से को शांत करने का प्रयास किया।""चाय को मन कर रहा था, सोचा चाय ही