कभी ना डर तू

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रवि नाम का एक साधारण लड़का था, जो एक छोटे से गाँव में रहता था। उसके पिता किसान थे और घर की हालत भी बहुत अच्छी नहीं थी। पढ़ाई में रवि हमेशा अच्छा था, लेकिन उसके मन में एक डर हमेशा बना रहता था – “अगर मैं असफल हो गया तो? लोग हँसेंगे, माता-पिता निराश होंगे और मेरी मेहनत बेकार जाएगी।” यही डर उसके कदमों को रोकता था।रवि की सबसे बड़ी इच्छा थी कि वह आईएएस अधिकारी बने और गाँव का नाम रोशन करे। परंतु जैसे ही वह किताब खोलता, मन में नकारात्मक विचार आने लगते – “इतना बड़ा सपना