अजीब बरसात

---अजीब बरसात️ लेखक: विजय शर्मा एरीगाँव रामपुरा हमेशा अपनी साधारणता के लिए मशहूर था। खेतों की हरियाली, बैलों की घंटियों की आवाज़ और बच्चों की किलकारियों से भरा हुआ। पर उस साल की बरसात ने जैसे पूरे गाँव का नक्शा ही बदल दिया। यह कोई साधारण बरसात नहीं थी, यह थी अजीब बरसात।---पहला दिनजुलाई की उमस भरी सुबह थी। लोग आसमान की ओर टकटकी लगाए बैठे थे। बादल काले थे लेकिन बरसते नहीं थे। किसान चिंतित थे — धान की बुआई का समय निकल रहा था। तभी अचानक तेज़ गर्जना हुई और मूसलधार बारिश शुरू हो गई।पहले तो सब खुश