अधूरे सपनों की चादर - 9

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अध्याय 9 – मीरा सी माँ और पढ़ाई की नई शुरुआतगांव की पगडंडियों पर चलते वक्त तनु के मन में हमेशा एक हलचल रहती थी। अब तक का उसका बचपन तो जैसे भागते-दौड़ते, खेलते और कभी मार खाते हुए गुजर गया था, मगर अब धीरे-धीरे पढ़ाई की ओर उसका मन लगने लगा था। कारण भी साफ था—उसकी सहेलियां पन्नू, रेशमा और माही।तीनों ने मिलकर एक ट्यूशन ज्वाइन कर ली थी। अब रोज स्कूल से आकर सब ट्यूशन जाने लगीं। तनु को भी लगा कि अगर वह भी पढ़ाई में पीछे रह गई तो सहेलियां आगे निकल जाएंगी और फिर उसका