मिटी के बर्तन और सोने का घडा

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मिट्टी के बर्तन और सोने का घड़ा​एक बहुत ही पुराने और घने जंगल के पास एक छोटा सा गाँव था। इस गाँव में एक कुम्हार रहता था, जिसका नाम था रामू। रामू मिट्टी के सुंदर और मज़बूत बर्तन बनाने में माहिर था। उसके बनाए हुए बर्तन पूरे गाँव में पसंद किए जाते थे। वह अपनी कला से बहुत प्यार करता था और हर बर्तन को बहुत लगन से बनाता था।​रामू के पड़ोस में एक दूसरा कुम्हार भी रहता था, जिसका नाम था श्यामू। श्यामू बहुत ही लालची और घमंडी था। वह हमेशा अमीर बनने के सपने देखता था। उसे मिट्टी