■ वाह ! बेटा वाह! ■ भाग 02(एक कलियुगी बेटे की करतूत पिता के प्रति) ( भाग 02)------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------सानू के जबाब के प्रतियुत्तर में दीपा केबल कुछ पलों तक मुश्कराती रही थी ,पर वह बोली कुछ नहीं ।मैं सोच रहा था," कि दीपा अब शायद गुस्सा में भर कर कहीं शानू को खरी खोटी न सुना दे "।यही सोच कर मैं दीपा के मुहँ को ताकने लगा।संजना जो रघु की पुत्र वधु थी वह अब सानू के निकट सट कर ऐसे खड़ी हो गई थी, मानों वह कोई विशेष अवार्ड जीत